धर्म-मज़हब की बेड़ियो में जकड़ता अंगदान (A Way to Live after Death )Organ Donation in India
हम अपनी संस्कृति और समाज पे इतना गर्व करते है ...पर हम ऐसे काम करने से क्यों डरते है ..जो कही न कही उसी समाज को बेहतर बनाने के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है ................
अंग दान जिसको शायद मैं सबसे बड़ा दान कहूंगा और ये है भी .....पर हमारे देश में पता नहीं क्यों इसके लिए लोग जागरूप नहीं होना चाहते ......
क्यों लोग अधिक से अधिक इस दान को कर के ...लोगो की जीवन में दोबारा उजाला ला सकते है .....चाहे वो बुजुर्ग हो या बच्चा या महिला ,इससे हर कोई लाभान्वित होंगे ..................
अगर हमारा शरीर मारने के बाद किसी के काम आ जाये तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता .....किसी को आँखे मील जाये ....किसी को दिल ..और किसी को किडनी .............ये किसी के बुझती हुई जीवन को दोबारा चमकदार बना सकता है ......
कम जागरूप होने की शायद सबसे बड़ी वजह है : "धर्म - मज़हब"
क्योंकि लोगो को शायद ऐसा लगता ...की मरने के बाद अगर उनके अंग किसी और को दान किया तो वो शायद
वो स्वर्ग या जन्नत नहीं जा पाएंगे और नर्क जायेंगे ..............
काश लोग अंग दान के महत्व को समझते तो वो जान पाते की ...इससे होने वाला लाभ इतना बड़ा है जो शायद किसी वरदान से कम नहीं है......
जो हर तीर्थ से बड़ा है ....हर दान से बेहतर है ....जो विज्ञानं द्वारा दिया गया वो वरदान है .......जिससे मरता हुआ व्यक्ति को नया जीवन मील सकता है ..............
Organ Donation in India - Do you know how it saves lives?
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